सराहनीय पहल: एलपीजी की तरह हरियाणा में डोर-टू-डोर होगी ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई
मरीज या उनके परिजनों को ऑनलाइन करना होग आवेदन
रेवाडी: सुनील चौहान। कोरोना के चलते आक्सीजन की कालाबाजारी को रोकने तथा जरूरतमंद लोगो सही समय आक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा में आक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिंग डोर टू डोर होगी। सरकार की ओर से इसके लिए पोर्टल बनाया जाएगा, जिसपर आन लाईन आवेदन करने के बाद मरीज के परिजनों को आक्सीजन उपलब्ध होगी। उपायुक्त की ओर से शुक्रवार को गैस रिफिल सेंटर का निरीक्षण भी किया गया।
इस योजना को सिरे चढाने के लिए मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल ने नोडल अफसरों और रेड क्रॉस सचिवों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस संकटकाल में बहुत से कोविड ग्रस्त मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इसके अलावा, अन्य बीमारियों से ग्रस्त बहुत से मरीजों को निरन्तर ऑक्सीजन की आवश्यकता रहती है। घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिल करने की सुविधा शुरू होने से ऐसे मरीजों को काफी लाभ होगा और उन्हें या उनके परिजनों को सिलेंडर रीफिल कराने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, वहीं सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों पर भी इससे अंकुश लगेगा।
पोर्टल पर करना होगा आवेदन:
उन्होंने कहा कि इसके लिए एक पोर्टल बनाया गया है। इस पोर्टल पर आवेदन करने वाले मरीज के दिए मोबाइल नम्बर पर एक एसएमएस के माध्यम से सूचना पहुँच जाएगी। आवेदक को आवेदन करने के दौरान आधार नम्बर और ऑक्सीजन लेवल के लिए ऑक्सीमीटर का फोटो भी अपलोड करना होगा। इसके अलावा, मरीज की उम्र और पता लिखना अनिवार्य होगा। एक मोबाइल नम्बर से एक दिन में एक बार ही आवेदन किया जा सकेगा। यह सुविधा 9 मई, 2021 से मिलना प्रारम्भ हो जाएगी।
सिलेंडर बैंक बनाने के लिए कहा:
डॉ. अमित अग्रवाल ने इस कार्य के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिलेंडरों की रीफिलिंग के लिए जिले में उपायुक्त से चर्चा कर एक स्थान निर्धारित कराएं। साथ ही खाली सिलेंडर का बैंक बनाने की भी व्यवस्था करें ताकि जिस भी मरीज के लिए सिलेंडर रीफिलिंग का आवेदन आया हो, वहां स्वयंसेवी संस्था के वालंटियर भरा हुआ सिलेंडर ही लेकर जाएं और खाली सिलेंडर लेकर भरा हुआ सिलेंडर देकर आएं। उन्होंने इसके लिए स्थानीय स्तर पर कम से कम कीमत (यदि जरूरत लगे) अपने स्तर पर तय करने के निर्देश दिए।